नयी दिल्ली, (परिवर्तन)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव सहित विभिन्न नेताओं ने बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि उनकी अध्यक्षता में 18वीं लोकसभा में सुचारू कामकाज होगा तथा देश की आशाओं एवं आकांक्षाओं को पूरा करने में उनकी बड़ी भूमिका होगी।
राजस्थान के कोटा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बिरला को लगातार दूसरी बार लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू अध्यक्षीय आसन तक लेकर गए।
इसके बाद बिरला को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आप दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं, यह इस सदन का सौभाग्य है। अठारहवीं लोकसभा में अध्यक्ष का कार्यभार दूसरी बार संभालना, अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है। आपको और पूरे सदन को मेरी तरफ से बधाई और शुभकामनाएं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम सबका विश्वास है कि आने वाले पांच साल में आप हमारा मार्गदर्शन करेंगे और देश की आकांक्षाओं तथा अपेक्षाओं को पूरा करने में आपकी बड़ी भूमिका रहेगी।’’
मोदी ने कहा कि भविष्य में 17वीं लोकसभा का विश्लेषण किया जाएगा तो लिखा जाएगा कि भारत के भविष्य का निर्धारण करने में बिरला की अध्यक्षता वाली लोकसभा की बहुत बड़ी भूमिका रही।
मोदी ने वर्तमान लोकसभा के लिए भी बिरला के अध्यक्ष चुने जाने के संदर्भ में कहा, ‘‘आप तो सफल होने ही वाले हैं लेकिन आपकी अध्यक्षता में 18वीं लोकसभा बहुत सफलतापूर्वक देश के नागरिकों के सपनों को पूरा करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आपकी मीठी-मीठी मुस्कान पूरे सदन को प्रसन्न रखती है। मुझे विश्वास है कि आप हर कदम पर नए प्रतिमान स्थापित करेंगे।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की यात्रा में कुछ अवसर होते हैं जब कीर्तिमान स्थापित करने का सौभाग्य मिलता है और ‘‘मुझे विश्वास है कि देश भविष्य में इस बात पर गर्व करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो काम आजादी के 70 साल में नहीं हुए, आपकी अध्यक्षता में इस सदन ने करके दिखाया।’’
मोदी ने कहा कि लोकसभा के इतिहास में दो अध्यक्षों के बाद बिरला हैं जिन्हें पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर से अध्यक्ष बनने का मौका मिला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोकसभा अध्यक्ष होते थे, वे या तो चुनाव नहीं लड़ते थे, या जीतकर नहीं आते थे, लेकिन बिरला चुनाव फिर से जीतकर आए हैं और उन्होंने एक नया इतिहास रचा है।
उन्होंने बिरला की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘मैं एक सांसद के रूप में समझता हूं कि आप जिस प्रकार से एक संसद सदस्य के नाते काम करते हैं, वह जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि आपसे नए सांसदों को प्रेरणा मिलती रहेगी।’’
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सदन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला को बधाई दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह विपक्ष को बोलने का मौका देकर संविधान रक्षा का अपना दायित्व निभाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं आपके दूसरी बार अध्यक्ष चुने जाने पर आपको बधाई देना चाहता हूं। मैं पूरे विपक्ष की ओर से, ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से आपको बधाई देना चाहता हूं।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘अध्यक्ष महोदय, यह सदन भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और आप उस आवाज के संरक्षक हैं। निस्संदेह, सरकार के पास सत्ता की शक्ति है लेकिन विपक्ष भी भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है।’’
उनका कहना था कि विपक्ष सदन चलाने में पूरा सहयोग करेगा, लेकिन यह भी जरूरी है कि विपक्ष को सदन के अंदर लोगों की आवाज उठाने का मौका मिले।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आशा है कि आप हमें अपनी आवाज उठाने, भारत के लोगों की आवाज उठाने का मौका देंगे।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘इस चुनाव ने दिखाया है कि लोग उम्मीद करते हैं कि विपक्ष संविधान की रक्षा करेगा।’’
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिरला को बधाई दी और उम्मीद जताई कि उनका ‘अंकुश’ विपक्ष के साथ साथ सत्तापक्ष पर भी रहेगा तथा निष्कासन जैसी कार्रवाई नहीं होगी।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज से लोकसभा सदस्य यादव ने कहा, ‘‘जिस पद पर आप बैठे हैं उससे बहुत गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं। हम सब यही मानते हैं कि यह परंपरा बिना भेदभाव के आगे बढ़ेगी और लोकसभा अध्यक्ष के रूप में आप हर सांसद और हर दल को बराबरी से मौका देंगे।’’
उन्होंने कहा ‘‘निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है। आप लोकतांत्रिक न्याय के मुख्य न्यायाधीश की तरह बैठे हैं। हम सबकी अपेक्षा है कि किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज दबाई न जाए और न ही दोबारा निष्कासन जैसी कार्रवाई सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाए।’’
यादव ने लोकसभा अध्यक्ष से कहा, ‘‘आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है, आपका अंकुश सत्तापक्ष पर भी रहना चाहिए।’’
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने भी बिरला को बधाई दी। उन्होंने कहा ‘‘मेरी यह धारणा बनी है कि आधिकारिक रूप से नेता प्रतिपक्ष नहीं होने पर सदन सही ढंग से नहीं चलता। हम खुश हैं कि देश को नेता प्रतिपक्ष मिल गया है।’’
उन्होंने बिरला से कहा, ‘‘आपकी नीयत अच्छी हो सकती है, लेकिन कभी-कभी आपको सत्तापक्ष के दबाव के आगे झुकना पड़ जाता है… 146 सांसदों का निलंबन एक दिन में हुआ है।’’
बंदोपाध्याय ने कहा कि सत्तापक्ष को यह प्रयास करना होगा कि सदन सुचारू रूप से चले।